Expired Gift Hampers पर सरकार हुई सख्त, कंपनियों से मांगा जवाब, Zee Business की खबर का असर
Gift Hampers पर Zee Business की खबर का असर हुआ है और इस मामले को लेकर उपभोक्ता मामले मंत्रालय ने सभी स्टेकहोल्डर्स को चिट्ठी लिखी है और पूछा है कि मार्केट से एक्सपायर हो चुके या एक्सपायर होने वाले प्रॉडक्ट्स को हटाने का मैकेनिज्म क्या होता है.
Representative Image (Source: Pexels)
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दीवाली के बाद गिफ्ट हैंपरों में घपले की एक खबर को Zee Business ने प्रमुखता से उठाया था, जिसे सरकार ने गंभीरता से लिया है. एक्सपायर होने वाले या हो चुके प्रॉडक्ट्स वाले Gift Hampers पर Zee Business की खबर का असर हुआ और इस मामले को लेकर उपभोक्ता मामले मंत्रालय ने सभी स्टेकहोल्डर्स को चिट्ठी लिखी है, जिसमें Zee Business की हर सवाल पर जवाब मांगा है. मंत्रालय ने कंपनियों और संगठनों से पूछा है कि मार्केट से एक्सपायर हो चुके या एक्सपायर होने वाले प्रॉडक्ट्स को हटाने का मैकेनिज्म क्या होता है. कई बार देखा गया है कि ऑफर के प्रॉडक्ट इम्पोर्ट वाले होते हैं जिनपर डिटेल्स साफ नहीं होती हैं. ऑफर में दिए जाने वाले प्रॉडक्ट के साथ भी यही प्रैक्टिस देखी गई है. ऐसा कहा जा सकता है कि ऑनलाइन गिफ़्ट वेबसाइट और ई-कॉमर्स के आने से ऐसी प्रैक्टिस में तेजी आई है.
मंत्रालय ने कंपनियों से मेन पैकेजिंग के ऊपर सभी डिटेल्स देने के लिए जरूरी बदलाव करने को कहा है. असंगठित क्षेत्र के प्रतिनिधियों को भी इस मामले को लेकर अपनी जिम्मेदारी देखनी होगी.
कई दौर में हुई हैं बैठकें
पिछले हफ्ते सरकार ने सभी नियामक संस्थाओं के साथ कई दौर की बैठक की. बैठक में BIS, FSSAI, QCI, उपभोक्ता मामले मंत्रालय के अधिकारियों को शामिल होने था. गिफ्ट हैंपर्स को लेकर रेग्युलेशन फ्रेमवर्क पर चर्चा हुई. जानकारी है कि इसपर जल्द ही गाइडलाइंस जारी की जा सकती हैं.
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बता दें कि Zee Business 3 नवंबर को यह खबर प्रकाशित की थी, जिसमें कहा गया था कि कंपनियां गिफ्ट हैंपर्स में जल्द एक्सपायर होने वाले प्रॉडक्ट खपा रही हैं. हमने सलाह दी थी कि अगर कस्टमर अच्छी पैकिंग, चमकीले रैपर को देख कर गिफ्ट हैंपरों की शॉपिंग कर रहे हैं तो उनके लिए यह घाटे का सौदा साबित हो सकता है. फेस्टिव सीजन के आसपास देखा गया था कि लोगों को ऐसे गिफ्ट और गिफ्ट हैंपर मिले थे, जिनके प्रॉडक्ट्स की एक्सपायरी डेट लगभग करीब आ चुकी थी. इस तरह के हैंपर्स में खाने पीने के सामान, ग्रूमिंग प्रॉडक्ट, कन्फेशनरी, प्रोसेस्ड जूस समेत कई आयुर्वेदिक और चिकित्सकीय उत्पाद शामिल थे. बाजार में अगर देखा जाए तो Cadbury, HUL, P&G, Gillette, Dabur, Patanjali, ITC, बड़े रीटेल चेन समेत कई कंपनियां हैंपर्स जारी करती हैं. MNCs के नाम पर कुछ भी खरीदने से पहले ग्राहकों को बेसिक डिटेल्स जांच लेनी चाहिए.
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12:06 PM IST